➨ फ़िराक़ गोरखपुरी की प्रमुख रचनाएँ
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--- “रूहे आरजु, गुलबाग़ सा नग्म, चिरागों
(की) परछाइयों (में) दास्तान इश्क़-ए-ज़िंदगी (की)”
1. रूहे— रूहे-कायनात
2. आ— आधीरात
3. र— रम्ज व कायनात
4. जु— जुगनू
5. गुल— गुल-ए-नगमा
6. बाग़— गुलबाग़
7. सा— सरगम
8. नग्म— नग्म-ए-साज
9. चिरागों— चिरागां
10.परछाइयों— परछाइयाँ
11.दास्तान— हज़ार
दास्तान
12.इश्क़— तरान-ए-इश्क़
13.ए-ज़िंदगी— बज़्म-ए-ज़िंदगी रंग-ए-शायरी
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