बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
- बाल विकाश का परिचय
Introduction to Child Development
Hello
Friends, कैसे हैं आप सब ? I Hope सभी की Study अच्छी चल रही होगी ☺
दोस्तो
आप में से कुछ साथियों ने मुझसे CTET और State TET
के लिए Child Development and Pedagogy (बाल
विकास एवं शिक्षाशास्त्र) के नोट्स की मांग की थी! तो
उसी को ध्यान में रखते हुये आज से हम अपनी बेबसाइट GK-MARKETs
पर Child Development and Pedagogy के One Liner
Question and Answer के Notes उपलब्ध
कराऐंगे , जो आपको सभी तरह के Teaching के Exam जैसे
CTET , UPTET , MPTET, Bihar TET, MP Samvida Teacher , HTET ,
REET आदि व अन्य सभी Exams जिनमें कि Child
Development and Pedagogy से सवाल पुछे जाते हैं उन सभी परीक्षाओं
के लिए यह बहुत हीं महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित होगा।
दोस्तो आज
हम Child Development and Pedagogy (बाल विकास एवं
शिक्षाशास्त्र) की हमारी इस पोस्ट अन्तर्गत हम आपको बाल
विकाश का परिचय (Introduction
to Child Development) से संबंधित Most
Important Question and Answer को बताऐंगे ! साथ ही नीचे दिए गए
Download Button के माध्यम से आप
इसका FREE PDF भी डाउऩलोड कर सकते हैं।
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जीवन की प्रत्येक घटना का वंशानुक्रम एवं वातावरण से किस विद्वान ने संबंधित किया है – पेज एवं
मैकाइवर ने
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यह मत किसका है –”शिक्षक को अपने कार्य के सफल सम्पादन के लिए व्यावहारिक मनोविज्ञान का ज्ञान होना चाहिए।” – माण्टेसरी का
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वर्तमान समय में विद्यालयों में मैत्री और प्रसन्नता का जो वातावरण दिखता है, उसका कारण है – मनोवैज्ञानिक उपचार
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यह विचार किसका है –”क्योंकि दो बालकों में समान योग्यताएं या समान अनुभव नहीं होते हैं, इसीलिए दो व्यक्तियों में किसी वस्तु या परिस्थिति का समान ज्ञान होने की आशा नहीं की जा सकती।” – हरलॉक का
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लड़कियों में बाह्य परिवर्तन किस अवस्था में होने लगते हैं – किशोरावस्था
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बालक के सामाजिक विकास में सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं – वातावरण
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व्यक्तिगत भेद को ज्ञात करने की विधियां हैं – बुद्धि परीक्षण,
व्यक्ति इतिहास
विधि, रूचि
परीक्षण
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बालक से यह कहना ‘घर गन्दा मत करो’ कैसा निर्देश है – निषेधात्मक
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बाल्यावस्था के दो भाग कौन-कौन से हैं – पूर्व बाल्यावस्था
तथा उत्तर
बाल्यावस्था
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सात वर्ष की आयु में पहुंचते-पहुंचते एक सामान्य बालक का शब्द भण्डार हो जाता है, लगभग – 6000 शब्द
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संकल्प शक्ति के कितने अंग हैं – तीन
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बालक के समाजीकरण का प्राथमिक घटक है – क्रीड़ा स्थल
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बालक के चारित्रिक विकास के स्तर हैं – मूल प्रवृत्यात्मक,
पुरस्कार व
दण्ड, सामाजिकता
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उत्तर बाल्यकाल का समय कब होता है – 6 से 12 वर्ष
तक
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”बालक की शक्ति का वह अंश जो किसी काम में नहीं आता है, वह खेलों के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है।” यह तथ्य कौन-सा सिद्धान्त कहता है – अतिरिक्त शक्ति
का सिद्धान्त
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भाषा विकास के विभिन्न अंग कौन से हैं – अक्षर ज्ञान,
सुनकर भाषा
समझना, ध्वनि
पैदा करके
भाषा बोलना
Bal Vikas Shiksha Shastra Notes
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स्टर्न के अनुसार खेल क्या है – खेल एक
ऐच्छिक, आत्म-नियन्त्रित क्रिया
है।
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संवेगात्मक स्थिरता का लक्षण है – भीरू
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अभिप्रेरणा का महत्व है – रूचि के
विकास में,
चरित्र निर्माण
में, ध्यान
केन्द्रित करने
में
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भाषा विकास के क्रम में अन्ति क्रम (सोपान) है – भाषा विकास की पूर्णावस्था
·
शिक्षा का कार्य है – अर्जित रूचियों
को स्वाभाविक
बनाना।
·
बालक के सामाजिक विकास में सबसे महत्वपूर्ण कारक कौन-सा है – वातावरण
·
संवेगात्मक विकास में किस अवस्था में तीव्र परिवर्तन होता है – किशोरावस्था
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बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास किस अवस्था में पूर्णता को प्राप्त होता है – किशोरावस्था
·
चरित्र को निश्चित करने वाला महत्वपूर्ण कारक है – मनोरंजन सम्बन्धी
कारक
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जिस आयु मेंबालक की मानसिक योग्यता का लगभग पूर्ण विकास हो जाता है, वह है – 14 वर्ष
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शिक्षा की दृष्टि से बाल की महत्वपूर्ण आवश्यकता क्या है – बालकों के
साथ मनोवैज्ञानिक
व्यवहार की
आवश्यकता
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मानव शरीर का आकार किस ग्रन्थि की सक्रियता से बढ़ता है – पिनीयल ग्रन्थि
से
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बालक की वृद्धि रूक जाती है – शारीरिक परिपक्वता
प्राप्त करने
के बाद
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”दो बालकों में समान मानसिक योग्यताएं नहीं होती।” यह कथन है – हरलॉक का
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”संवेदना ज्ञान की पहली सीढ़ी है।” यह – मानसिक
विकास है।
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तर्क, जिज्ञासा तथा निरीक्षण शक्ति का विकास होता है – 11 वर्ष की
आयु में
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“Introduction of Psychology” नामक पुस्तक लिखी है – हिलगार्ड तथा एटकिसन
ने
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व्यक्ति के स्वाभाविक विकास को कहते हैं – अभिवृद्धि
·
‘ईमोशन’ शब्द का अर्थ है – उत्तेजित करना,
उथल-पुथल
पैदा करना,
हलचल मचाना।
·
‘संवेग अभिप्रेरकों का भावनात्मक पक्ष है।’ यह कथन है – मैक्डूगल का
·
‘संवेग प्रकृति का हृदय है।’ यह कथन है – मैक्डूगल का
·
‘Physical and Character’ पुस्तक के लेखक हैं – थार्नडाइक
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संवेगहीन व्यक्ति को माना जाता है – पशु
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”सत्य अथवा तथ्यों के दृष्टिकोण से उत्तम प्रतिक्रिया का बल ही बुद्धि है।” बुद्धि की यह परिभाषा है – थार्नडाइक की
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सांवेगिक स्थिरता में किस वस्तु के प्रति निर्वेद अधिगम को बढ़ाते हैं – साहस, जिज्ञासा,
भौतिक वस्तु
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कोई व्यक्ति डॉक्टर बनने की योग्यता रखता है तो कोई व्यक्ति शिक्षक बनने की योग्यता। यह किस कारण से होती है – अभिरूचि के
कारण
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बाल्यावस्था में शिक्षा का स्वरूप होना चाहिए – सामूहिक खेलों
एवं रचनात्मक
कार्यों के
माध्यम से
शिक्षा दी
जानी चाहिए।
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एडोलसेन्स शब्द लैटिन भाषा के एडोलेसियर क्रिया से बना है, जिसका तात्पर्य है – परिपक्वता का
बढ़ना
·
किशोरावस्था का समय है – 12 से 18 तक
·
मानव की वृद्धि एवं विकास की प्रक्रिया निम्न में से किस सिद्धान्त पर आधारित है – विकास की
दिशाका सिद्धान्त,
परस्पर सम्बन्ध
का सिद्धान्त,
व्यक्तिगत भिन्नताओं
का
सिद्धान्त
·
बालकों को वंशानुक्रम से प्राप्त होती है – वांछनीय एवं
अवांछनीय आदतें
·
पर्यावरण का निर्माण हुआ है – परि + आवरण
·
बोरिंग के अनुसार जीन्स के अतिरिक्त व्यक्ति को प्रभावित करने वाली वस्तु है – वातावरण
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